Friday 24 July 2015

Kepler 452B

Earth 2.0: नासा ने खोजा पृथ्वी जैसा ग्रह, जहां है पानी और जीवन की उम्मीद

मियामी. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने पृथ्वी जैसे दूसरे ग्रह की खोज का दावा किया है। इसे ‘कैप्लर 452बी’ नाम दिया गया है। यह ग्रह सोलर सिस्टम के अंदर ही है। रिसर्च के मुताबिक, 'कैप्लर 452बी' पृथ्वी की ही तरह चट्टानी है। अपने तारे से यह उतना ही दूर है, जितना सूरज से पृथ्वी। यह न ज्यादा गर्म है और ना ही ज्यादा ठंड। इस कारण इस पर पानी और जिंदगी होने की उम्मीद है। पृथ्वी की तरह वहां जीवन होने की उम्मीद के कारण इसे Earth 2.0 का भी नाम दिया जा रहा है।

स्पेस टेलीस्कोप कैप्लर ने की खोज



 पृथ्वी से बाहर जीवन ढूंढने की नासा की कोशिशों में इस खोज को अहम कदम माना जा रहा है। नासा के स्पेस टेलीस्कोप कैप्लर ने इस ग्रह की खोज की है। इसे 2009 में लॉन्च किया गया था। इसने 2015 में गोल्डिलॉक जोन (जीवन की संभावना वाले) में आठ नए ग्रहों की खोज की है। 0.95 डायमीटर वाला ये टेलीस्कोप करीब एक लाख तारों पर नजर रखता है।

पृथ्वी से कितना मिलता है नया ग्रह

* यह भी पृथ्वी की तरह अपने ग्रह का चक्कर लगाता है और इसमें 385 दिन लेता है।
* इसकी परतें भी पृथ्वी की तरह चट्टानी हैं।
* Earth 2.0 का तापमान भी पृथ्वी की तरह है। अनुमान है कि अगर यहां ऐसा धरातल है तो फिर जीवन संभव है।
* यह पृथ्वी से 1400 लाइट ईयर्स दूर है।
* यह साइज में पृथ्वी से डेढ़ गुना बढ़ा हो सकता है।
* कैप्लर 452बी का पैरेंट स्टार कैप्लर 452 छह बिलियन साल पुराना है। यह हमारे सूरज से भी 1.5 बिलियन साल बड़ा है और 20% ज्यादा चमकीला है।
* नए ग्रह पर बहुत सारे बादल और सक्रिय ज्वालामुखी होने की संभावना है।

तुलना पृथ्वी और कैप्लर 452बी

डायमीटर (व्यास) 12,742 किमी 20 हजार किमी (पृथ्वी से 60% ज्यादा बड़ा)
ऑर्बिट (कक्षा) 365 दिन 385 दिन (यानी इसका एक साल 20 दिन लंबा है)
ग्रेविटेशनल फोर्स 9.807 मी/ सेकंड स्क्वायर पृथ्वी से हो सकता है दोगुना

दैनिक भास्कर

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