Wednesday, 4 October 2017

#गुरुत्वीय तरंगों का पता लगाने वालों को भौतिकी का #नोबेल पुरस्कार

प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों के नामों की घोषणा

स्टॉकहोम, रायटर : सापेक्षता का सिद्धांत देने वाले महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के पूर्वानुमान के सौ साल बाद गुरुत्वीय तरंगों का पता लगाने वाले तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों को साल 2017 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। नोबेल पुरस्कार समिति ने मंगलवार को इस पुरस्कार के लिए रेनर विस, बैरी बैरिश और किप थोर्न के नामों की घोषणा की। गुरुत्वीय तरंगों को पहली बार सितंबर, 2015 में और चौथी बार इस साल 14 अगस्त को देखा गया था। इसकी मदद से सुदूर ब्रह्मांड में होने वाली गतिविधियों का पता लगाया जा सकेगा। 1तीनों खगोल वैज्ञानिकों को 11 लाख डॉलर (करीब 7.20 करोड़ रुपये) की इनामी राशि और प्रतीक चिह्न् दिए जाएंगे। पुरस्कार की आधी राशि रेनर विस को दी जाएगी। बाकी राशि थोर्न और बैरिश के बीच बांटी जाएगी। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इसकी मदद से ब्लैक होल और न्यूट्रॉन तारों के बारे में और अधिक जानकारी जुटाई जा सकेगी। पांच दशकों से अनेक वैज्ञानिक और इंजीनियर गुरुत्वीय तंरगों की खोज में जुटे थे। नोबेल विजेताओं का चयन करने वाली समिति स्वीडिश रॉयल एकेडमी ऑफ साइंसेज के प्रमुख गोरन हैंसन ने बताया कि इस खोज ने दुनिया को हिला दिया था। तरंगों का पता लगाने के लिए अमेरिकी संस्था लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल वेव ऑब्जरवेटरी (लिगो) और इटली स्थित वगरे वेधशाला के वैज्ञानिक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। थोर्न और विस ने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में लिगो की स्थापना की थी।स्टॉकहोम, रायटर : सापेक्षता का सिद्धांत